अब हो गए हैं मेरे हालात कैसे- कैसे
तुमसे मिलकर हुए हैं जज्बात कैसे- कैसे
जिस रात तुम्हें देखा मेरा चाँद हुआ रौशन
मैंने गुजारी है वो अपनी रात कैसे- कैसे
फूलों ने कहा तुमसे मैं खुश्बू हूँ तुम्हारी
तुम तक पहुँच रही है मेरी बात कैसे- कैसे
मैं देखूं जहाँ तक भी मुझे तुम नज़र आते हो
मेरी तुमसे हो रही है मुलाक़ात कैसे- कैसे
तेरी आँखें मुझे ढूंढें, तेरे लब पुकारते हैं
मेरे दिल पे पड़े तेरे निशानात कैसे- कैसे
अब हो गए हैं मेरे हालात कैसे- कैसे
तुमसे मिलकर हुए हैं जज्बात कैसे- कैसे
sunder......
ReplyDeleteThanks Aditya
ReplyDelete