जाने क्यों ----------
दिल लगा के कहीं खो दिया जाने क्यों
जाने क्यों ----
फासलों से नहीं हम डरे थे मगर
पास आकर ये दिल रो दिया जाने क्यों
जाने क्यों ----
हाले दिल जितने भी खींचे थे अम्बर पर
आँखों से बदली ने धो दिया जाने क्यों
जाने क्यों ----
है शिकायत यही रब ने भी क्या चली
मन भीगी यादों से भिगो दिया जाने क्यों
जाने क्यों ----
जब भी पलटे यही पाया वो था खड़ा
हर बार दिल जानकर भी उसको दिया जाने क्यों
जाने क्यों ----
फासलों से नहीं हम डरे थे मगर
ReplyDeleteपास आकर ये दिल रो दिया जाने क्यों
जाने क्यों ----
बहुत सुंदर पंक्तियां...
http://veenakesur.blogspot.com/
bahut sundar ....
ReplyDelete