Tuesday, August 17, 2010

सत्ता

है निश्चय ये कि प्राण बनाने वाली
पंछियों के गान बनाने वाली
अद्भुत अदृश्य कोइ सत्ता है
जो चला रही है सृष्टि को इस।

पुष्पों के हर रंग बनाने वाली
दुनिया की हरियाली और नीलिमा आकाश की
गहरे सागर में जीव जिलाने वाली
हर पल के हर कर्म कराने वाली
अद्भुत अदृश्य कोइ सत्ता है
जो चला रही है सृष्टि को इस


रंगीन बहारें महकाने वाली
नीचे से ऊपर जाने और ऊपर से नीचे आने को
मंद स्वरों में हमें बुलाने वाली
इतना बड़ा इक भार उठाने वाली
अद्भुत अदृश्य कोइ सत्ता है
जो चला रही है सृष्टि को इस

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