Wednesday, April 13, 2011

जिन्दगी क्या है

मुझसे कोई इतना सा मजा भी हो पूछा जाये
जिंदगी क्या है कई शौक़ ये कहा जाये
फिर मेरा शौक़ क्यों औरों से न सहा जाए
मुझसे कोई इतना सा मजा भी हो पूछा जाये

मैंने जब भी रखा है हाथ किसी चाहत पर
सबने बस ठोकरें दीं हैं मुझे आहत कर
जिंदगी क्या है कई शौक़ क्यों कहा जाये
मुझसे कोई इतना सा मजा भी हो पूछा जाये

मुझसे दिल ने कहा जब भी,' वो तेरी मंजिल है।'
मांग लूं मैं जो, मुझे क्या 'वो' कभी हासिल है ?
हम तो हर वक़्त बस इक गम का ही पता पाए
मुझसे कोई इतना सा मजा भी हो पूछा जाये

4 comments:

  1. मुझसे दिल ने कहा जब भी,' वो तेरी मंजिल है।'
    मांग लूं मैं जो, मुझे क्या 'वो' कभी हासिल है ?
    हम तो हर वक़्त बस इक गम का ही पता पाए
    मुझसे कोई इतना सा मजा भी हो पूछा जाये
    खुबसूरत गज़ल , मुबारक हो........

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